दीपावली त्यौहार (Deepawali Festival)

 दीपावली त्यौहार

(Deepawali Festival)

भारत त्यौहारों का देश है। यहाँ प्रत्येक वर्ष विभिन्न तरह के त्यौहार मनायें जाते हैं उन्हीं में से एक भारत का सबसे लोकप्रिय त्यौहार ‘‘दीपावली’’ आज हम अपने लेख में ‘‘दीपावली’’ त्यौहार के बारे में जानेंगे।


Deepawali Festival in Hindi

दुनिया में भारत ही एक ऐसा देश है जहाँ सर्वाधिक त्यौहार मनायें जाते हैं। उन्हीं में से एक सबसे लोकप्रिय त्यौहार है दीपावली। दीपावली प्रकाश का त्यौहार है। यह त्यौहार कार्तिक मास की आमवस्या को मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लोग एक दूसरे को मिठाइयाँ इत्यादि बाँटते हैं तथा इसके उपरान्त पटाखे आदि चलाते हैं। जब दीपावली का त्यौहार नजदीक आता है तो लोगों में अलग ही उमंग एवं उत्साह देखने को मिलता है।


दीपावली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?

भारत में दीपावली बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाई जाती है। अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में हम सभी इस त्यौहार को मनाते हैं। जब भगवान श्री राम लंका में रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे तब उनके स्वागत के लिए घर-घर में दीप जलाये गये। सम्पूर्ण जन-मानस ने इस पर्व को बड़े आनंद और उल्लास के साथ मनाया। तभी से हम सभी दीपावली का त्यौहार बड़े उल्लास के साथ मनाते हैं।

दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए लोग महीनों पहले तैयारी करने लगते हैं। घरों एवं अपने ऑफिसों की साफ-सफाई करते हैं, नयी नयी चीजों की खरीदारी करते हैं। दीपावली के समय बाजारों में रौनक रहती है। खासकर बच्चों में अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। 


दीपावली का उत्सव हम सभी पाँच दिनों तक मनाते हैं:-

पहले दिन - धनतेरस : इस दिन हम सभी लोग अपने घरों में कुछ न कुछ नया सामान खरीदते हैं।

दूसरे दिन - छोटी दीपावली : इस दिन भी हम लोग अपने घरों में दीप जलाते हैं।

तीसरे दिन - बड़ी दीपावली : सबसे प्रमुख दिन इस दिन हम लोग लक्ष्मी पूजन करते हैं, मिठाईयाँ तथा उपहार बाँटते हैं तथा पटाखे इत्यादि चलाते हैं।

चौथे दिन - गोवर्धन पूजा : इस दिन लोग गोबर से अपने घरों पर गोवर्धन बनाते हैं।

पाँचवे दिन - भईया दूज : इस दिन बहनें अपने भाईयों के तिलक कर इस पर्व को मनाती है।


दीपावली कैसे मनाऐं?

दीपावली खुशियों का त्यौहार है। इसे हर्षोउल्लास के साथ मनायें। दीपावली में माता लक्ष्मी का पूजन करें और अपने घरों को सजायें, मिठाइयाँ एवं उपहार बाँटे इत्यादि। पटाखे चलायें परन्तु पर्यावरण को प्रदूषित करने वाले पटाखों का इस्तेमाल न करें। यह त्यौहार लोगों के जीवन में प्रसन्नता लाता है। अमीर-गरीब का भेद भूलकर लोग एक दूसरे से मिलते हैं। कुछ लोग इस दिन जुआ भी खेलते हैं जो कि सही नहीं है। समाज के लिए यह बुरी बात है। आने वाला दीपावली का त्यौहार सभी लोग मिल-जुल कर खुशियों के साथ मनाऐं ऐसी हम कामना करते हैं। धन्यवाद।


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