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The President of India

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भारत के राष्ट्रपति  (The President of India) भारत की लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक व्यवस्था में राष्ट्रपति का पद सबसे अहम होता है। भारत के राष्ट्रपति भारत के प्रथम नागरिक होते हैं। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों को जानेंगे। राष्ट्रपति का निर्वाचन कैसे होता है? भारत में राष्ट्रपति का चुनाव अन्य चुनावों के मुकाबले थोड़ा अलग होता है। भारत के संविधान में अनुच्छेद-54 तथा 55 में राष्ट्रपति के निर्वाचन के विषय में उल्लेख किया गया है। भारत में राष्ट्रपति का चुनाव अप्रत्यक्ष निर्वाचन प्रणाली के द्वारा होता है। तात्पर्य यह है कि राष्ट्रपति का चुनाव सीधे जनता के द्वारा नहीं किया जाता। अनुच्छेद-54: इस अनुच्छेद में बताया गया है कि राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचन मण्डल के माध्यम से होगा। संसद के दोनों सदनों (उच्च सदन एवं निम्न सदन) के निर्वाचित सदस्य तथा राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य इसमें वोट करते हैं। इन्हीं के द्वारा राष्ट्रपति का चयन किया जाता है। सरल भाषा में समझें कि इसमें वही सांसद और विधायक वोट कर सकते हैं जिन्हें जनता द्वारा चुना जात...

माउंट एवरेस्ट - Mount Everest

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  माउंट एवरेस्ट - Mount Everest माउंट एवरेस्ट कहाँ है? (Where is Mount Everest) एशिया महाद्वीप में हिमालय की श्रृंखला में स्थित माउंट एवरेस्ट पर्वत दुनिया का सबसे बड़ा पर्वत है। यह नेपाल में तिब्बत की सीमा पर स्थित है। माउंट एवरेस्ट की समुद्र तल से ऊँचाई लगभग 8848.86 मीटर है। वैज्ञानिकों का मत है कि एवरेस्ट की ऊँचाई प्रतिवर्ष 2 सेमी0 बढ़ रही है। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से माउंट एवरेस्ट से जुडे महत्वपूर्ण तथ्यों को जानेंगे। माउंट एवरेस्ट अपनी ऊँचाई के लिए पूरी दुनिया में विख्यात है। इस पर्वत की ऊँचाई इतनी है कि वहाँ पर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन भी उपलब्ध नहीं होती है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करना एक जोखिम भरा काम होता है। परन्तु फिर भी हजारो पर्वतारोही हर वर्ष एवरेस्ट की चढ़ाई करते हैं।  माउंट एवरेस्ट को विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे -  नेपाल में - सागरमाथा (स्वर्ग का शीर्ष) तिब्बत में - चोमोलंगमा संस्कृत में - देवगिरी महत्वपूर्ण तथ्य  (Important Facts) समुद्र तल से ऊँचाई - 8848.86 मीटर सर्वप्रथम 27 मई, 1953 को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाले व्यक्ति - एडमंड हिलेर...

भारत का संविधान - CONSTITUTION OF INDIA

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भारत का संविधान  (CONSTITUTION OF INDIA) संविधान क्या है? किसी भी देश की शासन व्यवस्था को चलाने के लिए संविधान की आवश्यकता होती है। संविधान लिखित और अलिखित दोनो प्रकार से हो सकते हैं। संविधान में देश की राजनीतिक व्यवस्था, न्यायिक व्यवस्था सम्बधी नियम व कानून तथा नागरिकों के मूल अधिकार व कर्तव्यों का संकलन होता है। आज हम अपने इस लेख में भारत के संविधान के महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में जानेंगे।  भारत का संविधान कब लागू हुआ? आजादी के बाद देश में व्यवस्थाओं को संचालित करने के लिए संविधान का निर्माण किया गया। भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। 29 अगस्त, 1947 को संविधान निर्माण के लिए प्रारूप समिति का गठन किया गया जिसका अध्यक्ष डॉ0 भीम राव अम्बेड़कर को बनाया गया। डॉ0 अम्बेड़कर के नेतृत्व में विभिन्न देशों के संविधानों की समीक्षा कर भारतीय संविधान का मसौदा तैयार हुआ।  26 नवम्बर, 1949 को संविधान सभा द्वारा यह मसौदा स्वीकृत हुआ तथा 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ। इसी दिन को हम सब भारतवासी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं।  सबसे बड़ा गणतंत्र भारत ...

गंगा नदी (GANGA RIVER)

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गंगा नदी (GANGA RIVER) ‘‘गंगा नदी’’   भारत की एक महत्वपूर्ण नदी है। भारत में इसे आस्था का प्रतीक भी माना जाता है। आज हम अपने इस लेख में जानेंगे भारत की सबसे पवित्र एवं महत्वपूर्ण नदी ‘‘गंगा नदी’’ के बारे में।  गंगा नदी का उद्गम स्थल - गंगा नदी का उद्गम स्थल हिमालय पर्वत में गंगोत्री (उत्तराखंड) में है। गंगोत्री उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में है। गौमुख से भागीरथी नदी निकलती है तथा कुछ दूरी के बाद देवप्रयाग में अलकनंदा नदी (सतोपंथ ग्लेशियर से निकलती है) से मिलती है तब इसके संगम के बाद गंगा नदी का निर्माण होता है। यह नदी गंगोत्री से निकलकर बंगाल की खाड़ी तक जाती है। इसकी लम्बाई की बात करें तो यह 2525 किलोमीटर लम्बी नदी है। जिसमें से भारत में 2071 किलोमीटर तथा शेष बांग्लादेश में दूरी तय करती है। बांग्लादेश में प्रवेश करने से पहले यह नदी दो भागों में विभाजित हो जाती है एक भाग पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर जाता है जहाँ इसे हुगली नदी के नाम से जाना जाता है तथा दूसरा भाग बंगाल में प्रवेश करता है जहाँ गंगा नदी को  पद्मा  नदी के नाम से जाना जाता है। यह भारत के पाँच प्रमुख राज्...

Delhi Mumbai Expressway

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 दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे  (Delhi-Mumbai Expressway) Delhi-Mumbai Expressway देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे कौन सा है? ऐसी जिज्ञासा सभी को होती है। आज हम अपने लेख में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बारे में जानेंगे। जो भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। भारत में निर्माणाधीन एक एक्प्रेसवे ‘‘दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे’’ यह एक्सप्रेसवे देश की राजधानी दिल्ली को Financial Capital  कहे जाने वाले मुंबई शहर को जोड़ेगा। इस एक्प्रेसवे के बन जाने के बाद दिल्ली-मुंबई के बीच की दूरी जिसमें पहले लगभग 24 घंटे का समय लगता था वह अब महज 12 घंटों का सफर हो जायेगा। आज हम इस लेख में जानेंगे इस एक्सप्रेसवे के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को।  World's Longest Expressway एशिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे - भारत में ‘‘दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे’’ का निर्माण कार्य जारी है। यह एशिया का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा। भारत में बन रहे इस एक्सप्रेसवे की आधारशिला 08 मार्च, 2019 को रखी गई। इस परियोजना को पूरा करने में लगभग 98000 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। इस परियोजना पर कार्य बहुत तेजी से च...

ग्लोबल वार्मिंग - Global Warming

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  ग्लोबल वार्मिंग -  Global Warming ग्लोबल वार्मिग आज वर्तमान में एक गम्भीर विषय है। दुनिया में बढ़ती औद्योगिक क्रान्ति के बाद यह समस्या और अधिक बढ़ गई है। वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि के कारण पृथ्वी के वातावरण में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। जिससे बाढ़, तूफान, बारिश, भू-स्खलन, ग्लेशियर का पिघलना इत्यादि शामिल हैं। Global Warming Effect क्या है ग्लोबल वार्मिंग?  (What is Global Warming) पृथ्वी के वातावरण में लगातार तापमान की वृद्धि होने को हम ग्लोबल वार्मिंग कहते हैं। वायुमण्डल में कार्बन-डाईऑक्साइड की बढ़ोत्तरी इसका प्रमुख कारण है जिससे तापमान में वृद्धि होती है। यह पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। इसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता नहीं तो भविष्य में इसके और भी घातक परिणाम हमें देखने को मिलेंगे। आज पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं तथा समाधान ढूंढने का प्रयास कर रहे है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण  (Reasons of Global Warming) ग्लोबल वार्मिंग का प्रमुख कारण है वातावरण में कार्बनडाईऑक्साईड की मात्रा का बढ़ जाना। पृथ्वी के वायुमण्...

RAPID RAIL PROJECT (क्या है रैपिड रेल प्रोजेक्ट ?)

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रैपिड रेल  (Delhi-Meerut Regional Rapid Transit System) रैपिड रेल   (Delhi-Meerut Regional Rapid Transit System) रैपिड रेल प्रोजेक्ट : क्या है रैपिड रेल प्रोजेक्ट ? आईये जानते हैं :-  Delhi-Meerut Regional Rapid Transit System  आज हम अपने इस लेख में बात करने जा रहे हैं रैपिड रेल के बारे में। पूरी दुनिया में रोज परिवहन के क्षेत्र में नये-नये प्रयोग किये जा रहे हैं, उन्ही में से एक है ‘‘रैपिड रेल प्रोजक्ट’’ । यह भारत की महत्वकांक्षी योजनओं में से एक है। अब भारत में भी विदेशों की तरह विश्वस्तीय सुविधाओं से लैस ट्रेनें चलाई जा रही है जो कि एक अच्छी बात है। आज हम बात करेंगे भारत में बनने वाले रैपिड रेल प्रोजेक्ट के बारे में। आइये जानते हैं इस प्रोजेक्ट के बारे में। रैपिड रेल प्रोजेक्ट? (Rapid Rail Project) भारत में बनने वाले प्रोजेक्ट में से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रस्तावित कुल 8 प्रोजेक्ट निम्नलिखित है :-  1. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर 2. दिल्ली-गुरूग्राम-अलवर कॉरिडोर 3. दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर 4. दिल्ली-फरीदाबाद-पलवल कॉरिडोर 5. गाजियाबाद-खुर्जा कॉरिडोर 6....